Sign Up to our social questions and Answers Engine to ask questions, answer people’s questions, and connect with other people.
Login to our social questions & Answers Engine to ask questions answer people’s questions & connect with other people.
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
जब किसी कार्य में आवश्यकता से अधिक लोग लगे होते हैं, तो इसे किस नाम से जाना जाता है?
जब किसी कार्य में आवश्यकता से अधिक लोग लगे होते हैं, तो इसे प्रच्छन्त बेरोजगारी (disguised unemployment) के नाम से जाना जाता है। प्रच्छन्न बेरोजगारी कृषि क्षेत्र में देखने को मिलती है। इसे अदृश्य बेरोजगारी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी बेरोजगारी जो मौसम के आधार पर उत्पन्न होती है, उसे मौसमी बेरोजगाRead more
जब किसी कार्य में आवश्यकता से अधिक लोग लगे होते हैं, तो इसे प्रच्छन्त बेरोजगारी (disguised unemployment) के नाम से जाना जाता है।
प्रच्छन्न बेरोजगारी कृषि क्षेत्र में देखने को मिलती है।
इसे अदृश्य बेरोजगारी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी बेरोजगारी जो मौसम के आधार पर उत्पन्न होती है, उसे मौसमी बेरोजगारी कहते हैं।
मौसमी बेरोजगारी वह है, जिसमें श्रमिकों को किसी विशेष अवधि में कार्य मिलता है और बाद में कुछ समय के लिए बैठना पड़ता है।
See lessसुल्तानगंज (बिहार में भागलपुर के निकट) में खोजी गई गौतम बुद्ध की विशाल प्रतिमा को ________काल की प्रतिमा मानी गई है।
सुल्तानगंज (बिहार में भागलपुर के निकट) में खोजी गई गौतम बुद्ध की विशाल प्रतिमा को गुप्त काल की प्रतिमा मानी गई है। गुप्तकाल में चाँदी के सिक्कों को रूप्यक कहा जाता था। नागर शैली में मंदिर बनाने की कला का जन्म गुप्तकाल में ही हुआ। अर्द्धनारीश्वर की अवधारणा का विकास गुप्तकाल में ही हुआ। कुषाण काल मेंRead more
सुल्तानगंज (बिहार में भागलपुर के निकट) में खोजी गई गौतम बुद्ध की विशाल प्रतिमा को गुप्त काल की प्रतिमा मानी गई है।
गुप्तकाल में चाँदी के सिक्कों को रूप्यक कहा जाता था। नागर शैली में मंदिर बनाने की कला का जन्म गुप्तकाल में ही हुआ।
अर्द्धनारीश्वर की अवधारणा का विकास गुप्तकाल में ही हुआ। कुषाण काल में सबसे अधिक विकास वास्तुकला के क्षेत्र में हुआ था। इसी काल में बुद्ध की खड़ी प्रतिमा का निर्माण हुआ।
पुष्यमित्र शुंग जिन्होंने शुंग वंश की नींव डाली।
नंदवंश का संस्थापक महापदमनंद थे।
मौर्य वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य का जन्म लगभग 345 ई० पू० में हुआ था।
See lessकोई अर्थव्यवस्था 'Take off' अवस्था में होती है जब-
कोई अर्थव्यवस्था 'Take Off' अवस्था में होती है जब - स्थैतिक विकास प्रारंभ हो । Take off मॉडल 1950 में अमेरिकी अर्थशास्त्री वॉल्ट व्हिटमैन रोस्टोव द्वारा प्रकाशित किया गया था। यह मॉडल बताता है कि आर्थिक विकास पाँच बुनियादी चरणों में होता है। • 'Take off' अवस्था आर्थिक विकास के प्राथमिक चरण को प्रदर्शRead more
कोई अर्थव्यवस्था ‘Take Off’ अवस्था में होती है जब – स्थैतिक विकास प्रारंभ हो ।
Take off मॉडल 1950 में अमेरिकी अर्थशास्त्री वॉल्ट व्हिटमैन रोस्टोव द्वारा प्रकाशित किया गया था।
यह मॉडल बताता है कि आर्थिक विकास पाँच बुनियादी चरणों में होता है।
• ‘Take off’ अवस्था आर्थिक विकास के प्राथमिक चरण को प्रदर्शित करता है।
• किसी अल्प विकसित देशों के विकाशशील अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के लिए पूँजी निवेश महत्वपूर्ण कारक है।
See lessपंचवर्षीय योजना के मसौदे को अन्तत: कौन अनुमोदित करता है
राष्ट्रीय विकास परिषद् पंचवर्षीय योजना के मसौदे को अन्ततः अनुमोदित करता है। 1 जनवरी, 2015 को मंत्रिमंडल के एक प्रस्ताव के तहत् एक नई संस्था नीति आयोग का गठन किया गया, जो योजना आयोग का स्थान ले लिया है। पंचवर्षीय योजनाओं के भावी स्वरूप आदि के संबंध में यह आयोग सरकार को सलाह देती है। नीति आयोग की संरचRead more
राष्ट्रीय विकास परिषद् पंचवर्षीय योजना के मसौदे को अन्ततः अनुमोदित करता है।
1 जनवरी, 2015 को मंत्रिमंडल के एक प्रस्ताव के तहत् एक नई संस्था नीति आयोग का गठन किया गया, जो योजना आयोग का स्थान ले लिया है।
पंचवर्षीय योजनाओं के भावी स्वरूप आदि के संबंध में यह आयोग सरकार को सलाह देती है।
नीति आयोग की संरचना में प्रधानमंत्री इसके पदेन अध्यक्ष होते हैं। ।
नीति आयोग के वर्तमान उपाध्यक्ष श्री सुमन के बेरी है
नीति आयोग के प्रथम उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया थे ।
See lessआर्यों का भारत में प्रथम स्थायी आवास था-
आर्य का सर्वप्रथम पंजाब में स्थायी आवास था। आर्य सर्वप्रथम पंजाब एवं अफगानिस्तान में बसे । मैक्समूलर ने आर्यों का मूल निवास-स्थान मध्य एशिया को मा आर्यों द्वारा निर्मित सभ्यता वैदिक सभ्यता कहलायी। यह एक ग्रामीण सभ्यता थी । आर्यों की भाषा वैदिक संस्कृत थी । आर्य शब्द वास्तविक में भाषा-समूह को इंगित कRead more
आर्य का सर्वप्रथम पंजाब में स्थायी आवास था। आर्य सर्वप्रथम पंजाब एवं अफगानिस्तान में बसे ।
मैक्समूलर ने आर्यों का मूल निवास-स्थान मध्य एशिया को मा आर्यों द्वारा निर्मित सभ्यता वैदिक सभ्यता कहलायी।
यह एक ग्रामीण सभ्यता थी ।
आर्यों की भाषा वैदिक संस्कृत थी ।
आर्य शब्द वास्तविक में भाषा-समूह को इंगित करता है।
See less"पंजाब का शेर" के रूप में कौन जाना जाता है ?
लाला राजपात राय को "पंजाब का शेर" के रूप में जाना जाता है। 30 अक्टूबर, 1928 ई० को लाहौर में साइमन कमीशन के विरुद्ध प्रदर्शन करते समय पुलिस की लाठी से लाला लाजपत राय बुरी तरह घायल हो गये और 17 नवम्बर 1928 ई० को उनकी मृत्यु हो गयी ।
लाला राजपात राय को “पंजाब का शेर” के रूप में जाना जाता है। 30 अक्टूबर, 1928 ई० को लाहौर में साइमन कमीशन के विरुद्ध प्रदर्शन करते समय पुलिस की लाठी से लाला लाजपत राय बुरी तरह घायल हो गये और 17 नवम्बर 1928 ई० को उनकी मृत्यु हो गयी ।
See lessउच्चतम न्यायालय ने किस मामले में मौलिक अधिकारों की प्रमुखता राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों से ऊपर स्थापित की?
उच्चतम न्यायालय ने गोलकनाथ मामलों में मौलिक अधिकारों को प्रमुखता राज्य के नीति निदेशक सिद्धान्तों के ऊपर स्थापित की । 1973 ई० में केशवानंद भारती बनाम केरल राज्यवाद में उच्चतम न्यायालय ने निर्णय दिया कि संसद मौलिक अधिकार सहित संविधान के किसी भागों में संशोधन कर सकता है, लेकिन संविधान के मूलभूत ढाँचेRead more
उच्चतम न्यायालय ने गोलकनाथ मामलों में मौलिक अधिकारों को प्रमुखता राज्य के नीति निदेशक सिद्धान्तों के ऊपर स्थापित की ।
1973 ई० में केशवानंद भारती बनाम केरल राज्यवाद में उच्चतम न्यायालय ने निर्णय दिया कि संसद मौलिक अधिकार सहित संविधान के किसी भागों में संशोधन कर सकता है, लेकिन संविधान के मूलभूत ढाँचे को नहीं कर सकते हैं।
प्रस्तावना में भी संशोधन करने का अधिकार संसद को दिया गया ।
मिनर्वा मिल्स बनाम भारत संघवाद 1980 में उच्चतम न्यायालय ने मौलिक अधिकार और नीति निदेशक तत्व को एक-दूसरे के पूरक माना और कहा कि इन्हें एक-दूसरे से अलग कर नहीं देखना चाहिए ।
सर्वोच्च न्यायालय ने गोलकनाथ बनाम पंजाब राज्यवाद: 1967 ई० के निर्णय में अनुच्छेद 368 में निर्धारित प्रक्रिया से मूल अधिकारों में संसोधन पर रोक लगा दी अर्थात् संसद मूल अधिकारों में संसोधन नहीं कर सकती है।
24वें संविधान संशोधन (1971 ई०) द्वारा अनुच्छेद-13 और अनुच्छेद-368 में संशोधन किया गया तथा यह निर्धारित किया गया कि अनुच्छेद 368 में दी गयी प्रक्रिया द्वारा मूल अधिकारों में संशोधन किया जा सकता है।
See lessकिस कोटि के कामगारों को खेतिहर कहा जाता है?
जो दूसरों की जमीन पर खेती करता हो इस तरह के कामगारों को खेतीहर कहा जाता है। ( भारतीय जनगणना विभाग द्वारा कामगारों (Workers) को दो श्रेणी में बँटा है- (i) मुख्य श्रमिक (कामगार) जो व्यक्ति वर्ष में 183 दिन से अधिक किसी काम में संलग्न रहता है तो उसे मुख्य श्रमिक (Main workers) कहा जाता है। (ii) सीमांतRead more
जो दूसरों की जमीन पर खेती करता हो इस तरह के कामगारों को खेतीहर कहा जाता है।
(
भारतीय जनगणना विभाग द्वारा कामगारों (Workers) को दो श्रेणी में बँटा है-
(i) मुख्य श्रमिक (कामगार) जो व्यक्ति वर्ष में 183 दिन से अधिक किसी काम में संलग्न रहता है तो उसे मुख्य श्रमिक
(Main workers) कहा जाता है।
(ii) सीमांत श्रमिक (Marginal workers)-जो श्रमिक वर्ष में
183 दिन से कम काम करता है, उसे सीमांत श्रमिक कहते हैं। सीमान्त किसान छोटे किसान को कहते हैं, जो कुछ समय अपने खेतों में कार्य करते हैं, और शेष समय दूसरे के खेतों में भी कार्य करते हैं (या बाँटाईदारी करता है)
भारत में जोतों का आकार अधिकांश बहुत ही छोटा है।
See lessपद 'Fourth Estate' संबंधित है-
पद 'Fourth Estate' प्रेस से संबंधित है। लोकतंत्र के तीन स्तंभ विधायिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका होते हैं, जबकि चौथे स्तंभ (Fourth Estate) प्रेस को कहा जाता है। प्रेस की स्वतंत्रता संविधान के अनुच्छेद-19 (1) में निहित है। विधायिका का कार्य विधि/कानून बनाना है। कार्यपालिका, विधायिका द्वारा बनाये गRead more
पद ‘Fourth Estate’ प्रेस से संबंधित है। लोकतंत्र के तीन स्तंभ विधायिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका
होते हैं, जबकि चौथे स्तंभ (Fourth Estate) प्रेस को कहा जाता है। प्रेस की स्वतंत्रता संविधान के अनुच्छेद-19 (1) में निहित है।
विधायिका का कार्य विधि/कानून बनाना है।
कार्यपालिका, विधायिका द्वारा बनाये गये कानून को कार्यान्वयन करते हैं।
न्यायपालिका यह देखते हैं कि कानून जो बनाया गया है, वह संविधान सम्मत है या नहीं।
प्रेस विधायिका और कार्यपालिका के कार्यों से जनता को अवगत करता है तथा जनमत तैयार करता है।
See less______के बाद की अवधि के दौरान खाद्यान्नों विशेषतः गेहूँ के उत्पादन में बहुत वृद्धि हुई थी।
1966 ई० के बाद की अवधि के दौरान खाद्यान्नों विशेषतः गेहूँ की उत्पादन में बहुत वृद्धि हुई थी। हरित क्रांति का प्रारंभ 1966-67 ई० से माना जाता है। हरित क्रांति का सर्वाधिक सकारात्मक प्रभाव गेहूँ पर पड़ा है, जिसकी पैदावर में 300% से अधिक की वृद्धि हुई।
1966 ई० के बाद की अवधि के दौरान खाद्यान्नों विशेषतः गेहूँ
की उत्पादन में बहुत वृद्धि हुई थी। हरित क्रांति का प्रारंभ 1966-67 ई० से माना जाता है।
हरित क्रांति का सर्वाधिक सकारात्मक प्रभाव गेहूँ पर पड़ा है, जिसकी पैदावर में 300% से अधिक की वृद्धि हुई।
See less